सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा 2025 -
सनातन हिन्दू एकता पदयात्रा 2025 - धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी के नेतृत्व में धार्मिक जागरण का महाअभियान
Sanatan Hindu Ekta Padayatra 2025 – A Journey of Faith and Unity
परिचय (Introduction)
सनातन पदयात्रा 2025, जिसे “Sanatan Hindu Ekta Padayatra” के नाम से भी जाना जाता है, एक विशाल धार्मिक और सामाजिक अभियान है। इस यात्रा का नेतृत्व बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी द्वारा किया गया।
इसका मुख्य उद्देश्य है —
• Dharmik Jagran (Religious Awakening),
• और Bharatiya Sanskriti के प्रति जन-जागरण फैलाना।
यह यात्रा Delhi से Vrindavan (UP) तक लगभग 170 किलोमीटर की दूरी तय करती है — और लाखों भक्तों की भागीदारी इसको “आस्था का महासागर” बनाती है।
प्रेरणास्रोत – पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी
Pandit Dhirendra Krishna Shastri Ji, जिन्हें पूरे भारत में Bageshwar Dham Sarkar के रूप में जाना जाता है, आज के दौर में Sanatan Dharma के सबसे प्रभावशाली युवा संतों में से एक हैं।
उनका उद्देश्य है “Sabko Sanatan ke marg par chalne ke liye jagruk banana”।
बागेश्वर धाम से लेकर दिल्ली तक, लाखों श्रद्धालु उनके आशीर्वाद और प्रवचनों से प्रेरित होते हैं।
यह पदयात्रा भी उसी दिशा में एक मजबूत कदम है।
आयोजन तिथियाँ और मार्ग (Dates & Route)
• Yatra Start Date : 7 November 2025
• Yatra End Date : 16 November 2025
• Total Distance : 170 km (Approx.)
Route : Delhi → Faridabad → Palwal → Mathura →Vrindavan
हर पड़ाव पर भक्तों के लिए भक्ति संध्या, सत्संग, भजन और “Sanatan Unity” के संदेश आयोजित किए गए।
दिन-वार यात्रा का संक्षिप्त विवरण (Day-wise Highlights)
दिन स्थान गतिविधि / कार्यक्रम
दिन 1 - Delhi - यात्रा का शुभारंभ – मंत्रोच्चारण और भजन के साथ
दिन 2 - Faridabad - विशाल स्वागत, सुरक्षा व्यवस्था और भक्ति सभा
दिन 3 - Palwal - भक्तों के साथ संकीर्तन और सत्संग
दिन 4 - Kosi Kalan - धार्मिक प्रवचन – “Sanatan Ekta ka Sandesh”
दिन 5 - Chhata - युवाओं की भागीदारी और सांस्कृतिक कार्यक्रम
दिन 6 - Mathura - “Radhe Radhe” के जयकारों के बीच स्वागत समारोह
दिन 7 - Vrindavan - यात्रा का समापन, विशेष पूजा और आशीर्वचन
पदयात्रा का उद्देश्य (Main Objective)
• Dharmik Awareness : लोगों में सनातन धर्म के प्रति प्रेम और जागरूकता बढ़ाना।
• Hindu Ekta : पूरे देश के हिन्दुओं को एक मंच पर लाना।
• Social Harmony : समाज में समानता, भाईचारा और राष्ट्रभक्ति का संदेश देना।
• Cultural Revival : भारत की पुरातन संस्कृति और रीति-रिवाजों को पुनर्जीवित करना।
जनभागीदारी (Public Response)
यात्रा में लाखों श्रद्धालु, संत-महात्मा, और युवा स्वयंसेवक शामिल हुए।
सोशल मीडिया पर #SanatanPadyatra2025 और #BageshwarDham ट्रेंड में रहे।
Delhi-Faridabad route पर ट्रैफिक डायवर्जन और ड्रोन सुरक्षा व्यवस्था की गई।
हर जगह लोगों ने फूलों से स्वागत किया और “जय श्री राम” के नारे गूंजे।
आध्यात्मिक संदेश (Spiritual Message)
पदयात्रा का मूल संदेश है —
> “Dharm ke bina Desh nahi, aur Desh ke bina Dharm adhura hai.”
यह यात्रा हमें यह सिखाती है कि Sanatan Dharma सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक पवित्र पद्धति है।
यात्रा के दृश्य (Highlights in Images)
📷 Bageshwar Dham Shastri Ji with crowd
📷 Bhakton ka स्वागत
📷 Vrindavan Samapan Samaroh)
निष्कर्ष (Conclusion)
“Sanatan Padayatra 2025” केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि Sanatan Dharma ki Ekta aur Shakti ka Prateek है।
यह आयोजन आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देता है —
“Ek Hindu, Ek Bharat, Ek Sanatan.”
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